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-------गीतिका छंद विधान-----
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गीतिका छंद का विधान ः
1. इसमें चार चरण होते हैं।
2. प्रत्येक चरण में 26 मात्रायें होती हैं।
3.14,12 मात्रा पर यति दर्शायी जाती है।
2.इसमें 2/4 चरणों में समतुकांत मिलाए जाते हैं।
मापनीः
2122 2122 ,
2122 212
**** उदाहरण ****
गीतिका छंद
नींद खुलते ही खुशी से मुस्कुरा भर दीजिए।
उस प्रभो को शुक्रिया फिर मुस्कुरा कर
दीजिए।
हे प्रभो धन-धान्य वैभव आपने मुझको दिया।
शांति-सुख-आनंद दे कर धन्य है मुझको किया।
**********रचनाकार*************
ललित किशोर 'ललित'
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